Filter posts by category

श्री हित चौरासी जी

मंगलाचरण प्रेमानन्दोत्पुलकित गात्रौ, विद्युद्धाराधर सम कान्तिः राधा कृष्णौ मनसि दधानं, वन्देहं श्रीहित हरिवंशम् निगम-अगोचर बात कहा कहौं अतिहि अनौखी ।

श्री हित चौरासी जी Read Post »

Scroll to Top