गोपाष्टमी – गौ चारण लीला
सभी साधकों को गोपाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं ! जब भगवान श्रीकृष्ण पौगंड अवस्था में पहुँचे, तब गोपाष्टमी के दिन नंद…
गोपी गीत – जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः
‘श्रीमद् भगवत महापुराण जो कि योगेश्वर श्रीकृष्ण का साक्षात् वाङ्मय स्वरुप है, के दशम स्कन्ध को भगवत का हृदय माना…
श्री बांके बिहारी जी अष्टक
श्री कुंज बिहारी भगवान कृष्ण के कई नामों में से एक है, जहाँ बिहारी शब्द कृष्ण के लिए है और…
श्री बांके बिहारी जी विनय पचासा
श्री बांके बिहारी विनय पचासा एक ऐसा पाठ है जो भक्तो को मन, वचन, और कर्म को भगवान की सेवा…
गोपी गीत – जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः
‘श्रीमद् भगवत महापुराण जो कि योगेश्वर श्रीकृष्ण का साक्षात् वाङ्मय स्वरुप है, के दशम स्कन्ध को भगवत का हृदय माना…
श्री वृन्दावन सतलीला अर्थ सहित
श्री वृन्दावन सतलीला में कुल 116 श्लोक है और यह वाणी रसिक संत श्रीहित ध्रुवदास जी महाराज द्वारा कृत…
श्री कृष्ण कृपा कटाक्ष अर्थ सहित
श्री कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र स्वयं भगवान शंकराचार्य द्वारा रचित है इसमे कुल 9 श्लोक है। ये श्लोक संस्कृत मे…
श्री राधा कृपा कटाक्ष अर्थ सहित
श्रीराधा कृपाकटाक्ष स्तोत्र का गायन वृन्दावन के विभिन्न मन्दिरों में नित्य किया जाता है। इस स्तोत्र के पाठ से साधक…
श्री हित चौरासी जी
मंगलाचरण प्रेमानन्दोत्पुलकित गात्रौ,विद्युद्धाराधर सम कान्तिः राधा कृष्णौ मनसि दधानं,वन्देहं श्रीहित हरिवंशम् श्रीहित हरिवंश महाप्रभु जी की वाणियाँ श्री हित यमुनाष्टक स्त्रोत श्री हित…